सहरसा
बिहार के बाहुबली आनंद मोहन बुधवार दोपहर बाद सहरसा जेल में सरेंडर करेंगे। वह अभी पैरोल पर जेल से बाहर हैं। जेल पहुंचने के बाद उनकी रिहाई की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। संभावना है कि शाम तक वे जेल से रिहा हो सकते हैं, क्योंकि कागजी कार्यवाही में एक-दो घंटे का वक्त ही लगने वाला है। खबर ये भी है कि आनंद मोहन बुधवार की रात जेल में ही बिताएंगे, इसके बाद गुरुवार को उन्हें रिहा किया जाएगा। दो दिन पहले नीतीश सरकार ने आनंद मोहन समेत 27 कैदियों को रिहा करने का आदेश जारी किया था। उन्हें गोपालगंज के डीएम रहे आईएएस जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा मिली थी।
पूर्व सांसद आनंद मोहन की पैरोल बुधवार को खत्म हो रही है। वे कुछ दिन पहले बेटे चेतन आनंद की सगाई के सिलसिले में पैरोल पर जेल से बाहर आए थे। बुधवार दोपहर बाद वे दोबारा जेल में जाकर हाजिरी देंगे। जेल अधिकारियों को आनंद मोहन की रिहाई का आदेश पहले ही मिल चुका है। आनंद के सरेंडर करने के बाद उनकी रिहाई की कागजी कार्यवाही पूरी की जाएगी, इसके बाद उन्हें हमेशा के लिए जेल से छोड़ दिया जाएगा।
आनंद मोहन की रिहाई पर सियासत
दूसरी ओर, बिहार समेत देशभर में आनंद मोहन की रिहाई पर राजनीति पारा गर्माया हुआ है। बीजेपी के कुछ नेताओं ने इस पर सवाल उठाए हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने आनंद मोहन की रिहाई के नीतीश सरकार के फैसले को दलित विरोधी बताया और इस पर पुनर्विचार की मांग की। इसके अलावा आईएएस एसोसिएशन ने इसका विरोध जताया है। जी कृष्णैया की पत्नी भी इस फैसले से नाखुश हैं।