गया
गया पुलिस और सीआरपीएफ की टीम को अहम कामयाबी मिली है. दो साल पहले वर्ष 2021 में जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र डुमरिया के मोनवार गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की फांसी लगाकर हत्या कर दी गई थी. इस सामूहिक हत्याकांड में संलिप्त दो कुख्यात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई जिला पुलिस और सुरक्षाबलों और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने की. इस केस के साथ ही वर्ष 2019 में पुलिस और नक्सलियों के मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हो गए थे जिसमें भी दोनों कुख्यात अपराधी शामिल थे.
इन दोनों के विरुद्ध गया और औरंगाबाद में कुल 16 मामले दर्ज है साथ ही झारखंड के कई के थानों में मामला दर्ज है इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. एसएसपी आशीष भारती ने अपने कार्यालय मे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात नक्सली नक्सल क्षेत्र इलाके में घूम रहे हैं जिसके आधार पर सुरक्षाबलों ने एक टीम बनाकर घेराबंदी कर दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों नक्सली रामजी सिंह भोक्ता और मुकेश भोक्ता हैं. इन लोगों ने वर्ष 2021 में नक्सल क्षेत्र डुमरिया के मोनवार गांव में पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक ही परिवार के 4 लोगों को घर के बाहर ही फांसी लगाकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी. इस हत्या में दर्जनों नक्सली शामिल थे.
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि वर्ष 2019 में चकरबांदा के जंगलों में भी सर्च ऑपरेशन चलाने के दौरान आईडी लगाकर विस्फोट किया गया था, जिसमें सीआरपीएफ के जवान रोशन कुमार शहीद हो गए थे. इसमें भी ये दोनों नक्सली शामिल थे. उन्होंने बताया कि इन दोनों के खिलाफ केवल गया और औरंगाबाद में कुल 16 मामले दर्ज हैं, वहीं झारखंड के सटे जिलों में भी इनके खिलाफ मामले दर्ज हैं. पुलिस इनके बारे में और भी इतिहास को खंगाल रही है. इस मौके पर सीआरपीएफ अधिकारी भी शामिल थे.