पटना
लोकसभा चुनाव 2024 के मुद्देनजर बीजेपी का बिहार मिशन जारी है। ऐसा लगता है कि बिहार की कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल रखी है। एक बार फिर से 2 अप्रैल को शाह की सासाराम और नवादा में चुनावी रैली है। बीते 6 महीनों में शाह का ये चौथा बिहार दौरा होगा। लेकिन इस बार रैली शाह रैली के एक दिन पहले ही पटना पहुंच जाएंगे। एक अप्रैल को वो पार्टी के वरीय पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करेंगे और फिर रात्रि विश्राम भी होगा। इसके बाद 2 अप्रैल को सम्राट अशोक की जयंती पर अमित शाह सासाराम और नवादा में रैली करेंगे।
नीतीश कुमार पर बरसे थे शाह
इससे पहले 25 फरवरी को अमित शाह ने वाल्मिकीनगर में जनसभा को संबोधित किया और नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था। उन्होने कहा था अब किसी भी कीमत पर एनडीए में नीतीश कुमार की एंट्री नहीं होगी। और वो अब एनडीए का हिस्सा नहीं बन सकते। इसके बाद वो सहजानंद सरस्वती जयंती के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। और भूमिहार समाज को साधने की कोशिश की थी।
6 महीनों में शाह का चौथा दौरा
एक बार फिर से बीजेपी का निशाना नीतीश के लव-कुश समीकरण पर है। कहा जाता है कि सम्राट अशोक कुशवाहा समाज से आते थे। और शायद यही वजह है कि शाह इस रैली के जरिए कुशवाहा समाज को साधने की कोशिश करेंगे। बिहार की सत्ता से बाहर होने के बाद से शाह का ये चौथा दौरा है। इससे पहले बीते साल सितंबर में शाह ने सीमांचल से चुनावी शंखनाद किया था। रैली जरिए उनकी कोशिश पूर्णिया, अररिया, किशनंगज जैसे जिलों के कटिहार और मुस्लिम वोट बैंक को साधने पर जोर दिखा।
शाह ने संभाल रखी है बिहार की बागडोर
बीजेपी ने बिहार बीजेपी की कमान भी कुशवाहा जाति से आने वाले सम्राट चौधरी को सौंपी है। जो हाल ही में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। मतलब साफ है बीजेपी की पूरी कोशिश नीतीश का वोट बैंक समझा जाने वाला कुर्मी-कुशवाहा में सेंध लगाना है। जिसकी तैयारी काफी समय से चल रही हैं। और अब एक बार फिर से अमित शाह सासाराम और नवादा से हुंकार भरने को तैयार है।