नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। माओवाद से प्रभावित 10 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे प्राप्त हुआए जबकि शेष 10 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 8 बजे से शुरू हुआ। इनमें से 12 निर्वाचन क्षेत्र माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग में हैं और शेष आठ राजनांदगांव में हैं।
पहले चरण में 25 महिलाओं सहित दो सौ 23 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें प्रमुख हैं भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और राज्य विधानसभा में डिप्टी स्पीकर संतराम नेताम। इसके अलावा भूपेश मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों का चुनावी भाग्य भी आज ईवीएम में कैद हो जाएगा। पहले चरण में 40 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। इन 20 निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 5300 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 2431 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैए जिसके जरिए चुनाव आयोग इन केंद्रों में मतदान संबंधी गतिविधियों पर नजर रख सकता है। आज मतदान संपन्न कराने के लिए करीब 25000 अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
वहीं दूसरी ओर मिज़ोरम में 40 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम चार बजे समाप्त होगा। चार लाख 39 हजार 26 महिलाओं सहित आठ लाख 57 हजार से अधिक मतदाता एक सौ 74 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सत्तारूढ मिजो नेशनल फ्रंटए इंडियन नेशनल कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी 23 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड रही है। आम आदमी पार्टी ने चार विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। 27 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं। राज्य में एक हजार दो सौ 76 मतदान केंद्रों में से एक सौ 49 दूर दराज के मतदान केंद्र हैं। राज्य और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं सहित लगभग 30 मतदान केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं। बांग्लादेश और म्यांमा के साथ समूचे राज्य तथा अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था कडी कर दी गई है। मतदान के दौरान तीन हजार पुलिसकर्मी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के पांच हजार चार सौ कर्मी तैनात किए गए हैं।