पटना
जेडीयू नेताओं ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी को भाजपा में शामिल होने निशाने पर लिया है। दल के राष्ट्रीय महासचिव व एमएलसी अफाक अहमद खान ने इसे आरसीपी की व्यक्तिगत महात्वाकांक्षा की परणित बताया तो प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने उन्हें राजनीतिक ‘विभीष़ण’ तक करार दिया। अफाक अहमद ने दो पंक्तियों के सहारे आरसीपी की नई पारी को लेकर व्यंग्य किया। कहा- ले के कहां कहां फिरा साइले जुनू मुझे, पहुचीं वहीँ पर ख़ाक जहां का खमीर था। गौर हो कि साइल का मतलब मांगने वाला होता है।
वहीं नीरज कुमार ने टिप्पणी की कि लम्बे समय तक राजनीतिक वनवास में रहकर राजनीतिक विभीषण का भाजपा में गृहप्रवेश हुआ है। अब तो यह भाजपा ही बताएगी कि जो जदयू का न हो सका, उसका वह किस तरह इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा 2020 में ही उनका शरीर जदयू तो आत्मा भाजपा में था। भाजपा को बधाई कि बिना आरएसएस प्रशिक्षण, बिना गणवेश धारण किये, बगैर उठक-बैठक व शीर्षासन के उनका गृहप्रवेश कराया।
बता दें कि जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘कुर्सी’ के मोह में वह (नीतीश कुमार) अपराध और भ्रष्टाचार से समझौता कर रहे हैं। आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर विपक्षी दलों को एकजुट करने के उनके प्रयासों के लिए भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्हें जनादेश बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मिला है लेकिन वह एक राज्य से दूसरे राज्य का भ्रमण करने में व्यस्त हैं। कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबियों में शुमार रहे आरसीपी सिंह ने पिछले साल अगस्त में जदयू से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा से नजदीकियों के चलते जदयू ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भी नहीं भेजा। इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी गंवाना पड़ा था।