नीतीश के इकबाल पर सवाल, एक महीने के अंदर तीसरी बैंक डकैती, पूसा में ग्रामीण बैंक से 11 लाख लूटे

क्राइम ब्रेकिंग

समस्तीपुर

बिहार में मार्च महीने में तीसरी बैंक डकैती से नीतीश सरकार की कानून-व्यवस्था और बिहार पुलिस के इकबाल पर सवाल उठ खड़ा हुआ है। उसमें भी चिंताजनक बात ये है कि तीनों बैंक डकैती एक ही जिले समस्तीपुर में हुई हैं। और तो और तीनों बार डकैतों और लुटेरों ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक को ही निशाना बनाया है। 1 मार्च को उजियारपुर, 15 मार्च को मुसरीघरारी और अब 24 मार्च को पूसा इलाके में साउथ बिहार ग्रामीण बैंक में लूट की वारदातों से बीजेपी और दूसरे विपक्षी दलों को एक बार फिर लॉ एंड ऑर्डर पर उंगली उठाने और जंगलराज जैसे ताने मारने का मौका मिल गया है।

लुटेरों के निशाने पर ग्रामीण बैंक                                                                                           समस्तीपुर जिले के पूसा प्रखंड के महमदा चौक स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से शुक्रवार को दिनदहाड़े लगभग 11 लाख लूट लिया गया। बताया जाता है कि बैंक खुलते ही 4 अपराधियों ने हेलमेट पहनकर बैंक में प्रवेश किया और बैंक में घुसते ही पिस्टल निकालकर ग्राहकों एवं कर्मकर्मियों को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान विरोध करने पर मारपीट की भी की गई। चौंकाने वाली बात ये है कि तीनों डकैती साउथ बिहार ग्रामीण बैंक की शाखाओं में ही हुई

हेलमेट लगाए थे बदमाश, 11 लाख लूटे
बैंक में से लगभग 11 लाख लूटकर मुजफ्फरपुर की और बाइक से सभी बदमाश फरार हो गए। घटना सुबह दस  बजे के आसपास की बताई गई है। घटना की सूचना मिलते ही पूसा थाना अध्यक्ष के अलावा एसपी विनय तिवारी, डीएसपी सदर सहित अन्य थाने की पुलिस बैंक पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी हुई है। मार्च में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की 3 शाखाओं से लूट की घटना घटी है।

मार्च महीने में लूट की तीन घटनाएं
एक मार्च को उजियारपुर में ग्रामीण बैंक की शाखा से दस लाख की लूट हुई थी। इसके बाद 15 मार्च को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर ऐलॉथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से 20 लाख की लूट हुई थी।  अब तीसरी घटना इसी महीने में 24 मार्च को ग्रामीण बैंक में लूट की घटना हुई। सभी बैंक लूट में अपराधियों की संख्या 4 बताई गई है और यह तीनों घटना बैंक खुलने के दौरान घटित हुई। अब तक इससे पूर्व के दोनों मामले में पुलिस कोई सफलता हाथ नहीं लगी। तीसरी बैंक लूट की घटना होने के बाद पुलिस के लिए एक नई चुनौती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *