पटना
मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पताल की तरह ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी दो पालियों में ओपीडी होगी। सुबह नौ बजे से दो और शाम को चार से छह बजे तक ओपीडी में डॉक्टर बैठेंगे। स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को विधान परिषद में यह घोषणा की। स्वास्थ्य विभाग के बजट पर वाद विवाद के बाद सरकार का पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा कि मिशन-60 कार्यक्रम को जिला अस्पताल के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक लागू किया जाएगा। 21 सदर अस्पतालों को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा।
तेजस्वी यादव ने बताया कि दरभंगा मेडिकल कालेज व अस्पताल (डीएमसीएच) का विकास पटना मेडिकल कालेज व अस्पताल (पीएमसीएच) की तर्ज पर किया जाएगा। सुपौल, गोपालगंज व मुंगेर में नया मेडिकल कालेज खुलेगा। इसके अलावा 11 नए ट्रामा सेंटर खोले जाएंगे।
एएनएम और डॉक्टर की गृह जिले में तैनाती
उन्होंने कहा कि एएनएम और डॉक्टर की गृह जिले में तैनाती के प्रयास सरकार कर रही है। इसके लिए एएनएम का स्टेट कैडर बनेगा। हेल्थ मैनेजर का भी स्टेट कैडर बनेगा। रेफरल गाइडलाइन तैयार की जा रही है। ऐसा इसलिए ताकि किसी मरीज को बिना कारण रेफर नहीं किया जा सके।
इमरजेंसी कैडर बनेगा
डॉक्टरों की हड़ताल के समय मरीजों को परेशानी न हो, इसके लिए इमरजेंसी कैडर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बायोमीट्रिक हाजिरी वाले सॉफ्टवेयर को डॉक्टरों की मांग के अनुरूप अपडेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से गायब 704 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य पूरा
उन्होंने बताया कि बिहार नेत्र ज्योति अभियान के तहत एक लाख मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। अब 611 दवाएं अस्पतालों में मुफ्त दी जा रही हैं, पहले यह केवल 387 थी। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद की भी दवा दी जा रही है। बीपी-डाइबिटीज की दवाएं 30 दिनों की मिल रही है।
1.60 लाख नई नियुक्ति, आशा का मानदेय बढ़ेगा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में 1.60 लाख पदों पर नियुक्ति करेगी। 8 हजार नए पद सृजित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि ममता और आशा का मानदेय बढ़ाने पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।