पटना
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और नीतीश सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव के यूपी के एक होटल में हुए विवाद पर बीजेपी ने फिर हमला किया है। पार्टी नेता निखिलानंद ने ट्वीट कर तंज कसा है कि आदमी का नेचर और सिग्नेचर कभी नहीं बदलता। बीजेपी नेता ने मंत्री तेजप्रताप पर बनारस के होटल में आतंक मचाने और 50 हज़ार रुपए बकाया लगाकर भाग लेने का आरोप लगाया है।
बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव पिछले दिनों बनारस घूमने पहुंचे थे। खबर आई कि शुक्रवार की रात वाराणसी के कैंट रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल संचालक ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। मंत्री का सामान बगैर पूछे उनके कमरे से निकाल कर बाहर रख दिया गया जिसमें होटल प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई गई। इस मामले में बिहार में लगातार राजनीति जारी है। एक वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने एक बार फिर तेज प्रताप पर जुबानी हमला बोला है।
पार्टी प्रवक्ता निखिल आनंद ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि बनारस में बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने होटल में आतंक मचाया, कर्मचारियों को डराया धमकाया और मैनेजर को घुटने टेकने पर मजबूर किया। प्रवक्ता ने कहा है कि परिवार की बदौलत मिली सत्ता सिर चढ़कर बोलती है। उन्होंने लालू यादव के लाल पर होटल का 50 हजार बकाया लेकर भाग जाने का आरोप लगाया है।
दरअसल, मंगलवार को तेज प्रताप के होटल विवाद से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में होटल का संचालक और तेजप्रताप एक दूसरे से बात करते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि होटल के मैनेजर ने तेज प्रताप से माफी मांगी। मैनेजर ने तेज प्रताप के पैरों पर गिर कर माफ कर देने की गुहार लगाई। उसके बाद बीजेपी नेता निखिल आनंद का ट्वीट सामने आया है। हालांकि, तेजप्रताप के समर्थकों की ओर से कहा जा रहा है कि यदि होटल वाले की गलती नहीं थी तो उसने माफी क्यों मांगी।
इससे पहले बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा था कि तेज प्रताप यादव की वजह से बिहार की छवि धूमिल हुई है। यह बिहार को शर्मसार करने वाली घटना है। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के कुछ मंत्रियों के आचरण और बयान काफी अमर्यादित हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कौन पर कोई नियंत्रण नहीं है। सुशील मोदी ने भी तेज प्रताप यादव पर होटल का बिल नहीं चुकाने का आरोप लगाया था।
बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव विश्वनाथ दर्शन के लिए वाराणसी गए थे। 6 अप्रैल की रात को उन्होंने एक होटल में दो कमरे बुक कराए। तेज प्रताप और उनके सुरक्षाकर्मियों के लिए कमरा संख्या 205 और 206 बुक किए गए थे। 7 अप्रैल को तेज प्रताप गंगा घाट घूमने गए और देर रात होटल में पहुंचे। दावा किया जा रहा है कि मंत्री की अनुमति के बगैर होटल वालों ने उनके कमरे का सामान निकालकर बाहर रख दिया। इस बात को लेकर जमकर विवाद हुआ।