पटना के लूटकांड से व्यापारी संतुष्ट नहीं

पटना
पटना लूटकांड का पुलिस द्वारा उद्भेदन 9 किलो सोने का माल और 4.60 लाख रुपया दिखा कर पुलिस शांत हो गयी लेकिन कैट/ एआईजेजीएफ बिहार अध्यक्ष अशोक वर्मा सोनार ने जब एस एस ज्वेलर्स के भाई दिपक जी से बात किया तो उन्होंने कहा कि मेरा माल लगभग 35 किलो ही गया है और पुलिस ने कहां कि वो प्रुफ दिखावे यानी बही खाते को दिखावे कि आपके पास इतना स्टाक था तो दिपक जी ने कहा कि इसकी कोई लिखित सूचना हमें प्राप्त नहीं हुआ है कि हम उसका जवाब दे सकें।
श्री वर्मा ने कहा कि अभी पटना केश का प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रहा है और छपरा के पानापुर है डकैती हो रही है उसके एक दिन बाद गोपालगंज के दावे में ज्वेलर्स की दूकान लूटी गयी । इसके बाद कदमकुआं थाना में ही दूसरी घटना दाऊ जी स्वीट्स के घर पर डकैती होती है , अगर मिसेज मित्तल के पास मोबाइल नहीं रहता तो एक अपराधी भी नहीं पकड़ा जाता। लगता है जैसे डकैतों के बीच से प्रशासन का खौफ समाप्त हो गया है। या तो प्रशासन का खुफिया एजेंसी नाकाम हो गई है ? प्रशासन को इस पर सोचना होगा कि कैसे अपने खौफ को बरक़रार रख सके । एआईजेजीएफ ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जिस थाना में घटना घटे उस थानेदार का सीआर खराब करते हुए निलंबित भी करें।
आज कैट गोपालगंज के अध्यक्ष शशी भूषण गुप्ता के नेतृत्व में गोपालगंज, मीरगंज व दावे के सैकड़ों दुकान दार माल कर उनके प्रतिनिधि मंडल गोपालगंज के डीएम और एस पी से मुलाकात कर ज्ञापन देने का काम किया।
एआईजेजीएफ बिहार के महासचिव प्रेम कुमार गुप्ता ने कहा कि अभी भी हमारे सदस्य काला फिता बाध कर बिरोध प्रकट कर रहे हैं और जब तक पटना , पानापुर व गोपालगंज का अपराधी संग माल बरामद नहीं होगा तब तक विरोध जारी रहेगा।