उग्र भीड़ का तालिबानी चेहराः अफवाह की भेंट चढ़ा मारपीट का आरोपी, पिटाई का वीडियो वायरल

पूर्णिया
बिहार के पूर्णिया में छत का पानी गिरने जैसे मामूली विवाद में एक व्यक्ति को तालिबानी अंदाज में सजा देने की घटना सामने आई है। उग्र भीड़ ने जवाहर मेहता नामक व्यक्ति को जमीन पर पटक कर लाठी डंडे से जानवरों की तरह पीटा। पिटाई के बाद उसे पशुओं की तरह घसीटते हुए अपने इलाके में ले जा रहे थे। लेकिन सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उसे उग्र भीड़ से बचा लिया। वारदात का वीडियो वायरल होने के बाद जिले में सनसनी फैल गई है।
भीड़ में शामिल लोगों ने पीड़ित को पुलिस से छीन कर भी कई बार पीटा। घटना अकबरपुर थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव की है। इस मामले में अकबरपुर थाने में 26 नामजद समेत 50 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वहीं गंभीर रूप से घायल हुए अमर मेहता को इलाज के लिए पूर्णिया भेज दिया गया है। यह घटना 19 मार्च की बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला छत से पानी गिरने के विवाद से जुड़ा हुआ है। बीते 4 जनवरी को इस मामले में आपसी विवाद होने पर अकबरपुर थाने में केस दर्ज कराया गया था। इससे आक्रोशित अमर मेहता और उसके दो बेटों ने मिलकर किशोर पोद्दार नामक एक युवक की पिटाई कर दी थी। घायल किशोर को परिजनों ने पूर्णिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया था।
19 मार्च को किशोर की पिटाई के विरोध में लोगों ने हंगामा प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी बीच अफवाह फैल गई कि अस्पताल में इलाजरत किशोर पोद्दार की मौत हो गई। इस अफवाह से प्रदर्शनकारी भीड़ उग्र और अनियंत्रित हो गई। सब ने अमर मेहता को खोजना शुरू कर दिया। इसी दौरान उग्र भीड़ ने अमर मेहता को एक पड़ोसी के घर से निकाल कर लाठी डंडे से पीटना शुरू कर दिया।
सूचना मिलने पर अकबरपुर थाने के प्रभारी गणेश पासवान दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत करके पीड़ित अमर मेहता को भीड़ के चंगुल से निकाला गया। स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस अमर मेहता को भीड़ से बाहर निकालने में कामयाब हो सकी। उस दौरान भी उग्र भीड़ ने पुलिस से छीन कर कई बार पीड़ित की पिटाई की।
थानाध्यक्ष गणेश पासवान ने कहा कि एक अफवाह की वजह से इतनी बड़ी घटना हो गई। पुलिस अफवाह फैलाने वाले की तलाश में जुट गई है। इस मामले के नामजद और अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।