अब मुंबई-दिल्ली में बैठकर भी निकाल सकते हैं बिहार के गांवों का नक्शा, एनआईसी ने बनाया नया सॉफ्टवेयर, इस तरह करेगा काम

पटना
किसी भी जिले के भूस्वामी राज्य के किसी अंचल से अपने गांव का नक्शा निकाल सकेंगे। सरकार ने यह व्यवस्था कर दी है। मिलने वाला नक्शा भी डिजिटल होगा। केवल शाहाबाद के चार जिले यानी रोहतास, भोजपु़र, बक्सर और कैमूर जिले के साथ मुजफ्फरपुर के मुशहरी अंचल के लिए यह व्यवस्था नहीं हो सकी है। इन जिलों के गांवों का नक्शा अभी डिजिटल फार्म में लाया जा रहा है। इसी के साथ जल्द ही घर बैठे कहीं का नक्शा मंगा लेने की भी सुविधा मिलने वाली है।
एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) ने इसके लिए नया सॉफ्टवेयर विकसित कर लिया है। भूमि सुधार विभाग ने राज्य के सभी जिलों के सदर अंचल कार्यालय में प्लॉटर मशीन लगाये हैं। इसके अलावा बिहार फाउंडेशन मुंबई और दिल्ली के बिहार निवास में भी इसकी व्यवस्था की गई है। लिहाजा उन दोनों महानगरों में बिहारी लोग भी अपने गांव का नक्शा निकाल सकेंगे। जल्द सरकार शाहाबाद के चार जिलों में भी यह व्यवस्था कर देगी।
पहले प्लॉटरों की सीमा अपने जिले तक ही थी। यानी जिस जिले के गांव का नक्शा चाहिए उस जिले के प्लॉटर पर जाना होता था। अब उसमें नया सॉफ्टवेयर डालकर उसका विस्तार कर दिया गया है। राज्य में नक्शा निकालने की पहले एक ही व्यवस्था थी। पूरे बिहार के सभी मौजों का नक्शा सिर्फ गुलजारबाग स्थित बिहार सर्वेक्षण कार्यालय से ही प्राप्त किया जा सकता था। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने हर जिले में प्लॉटर लगा दिया है। इन प्लॉटरों के माध्यम से गांवों का मानचित्र उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन अब इस व्यवस्था और सरल की गई है।
घर बैठे ऑनलाइन मंगा सकते हैं अपने मौजे का नक्शा
भूमि सुधार विभाग के अनुसार एनआईसी एक नया सॉफ्टवेयर बना चुका है। जिसके जरिए कोई भी रैयत घर बैठे ऑनलाइन अपने मौजे का नक्शा मंगा सकता है। यह सॉफ्टवेयर ई-कॉमर्स के तर्ज पर काम करेगा। इसमें भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय तथा भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय डाक विभाग आपस में जुड़े होंगे। एसबीआई द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करने की पुष्टि करते ही गुलजारबाग स्थित सर्वेक्षण कार्यालय में नक्शे को प्रिंट कर उसकी पैकेजिंग कर दी जाएगी। उसके बाद डाक विभाग संबंधित ग्राहक के पते पर नक्शा को पहुंचा देगा।