अब सीधे विदेशों में बिकेगी बिहार की सिल्कः 7 से 9 अगस्त को हैंडलूम सोर्सिंग एक्सपो का आयोजन, जुटेंगे कई देशों के मर्चेंट

भागलपुर
भागलपुर से सिल्क उत्पादों का निर्यात सीधे विदेशों में करने की तैयारी शुरू हो गयी है। उद्योग विभाग देश-विदेश उन निर्यातकों के संपर्क में है, जो भारतीय उत्पादक को दुनिया भर के देशों में बेचते हैं। इन निर्यातकों से सीधी बात के लिए भागलपुर में सात से नौ अगस्त तक हैंडलूम सोर्सिंग एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है। इसमें देश के 30 मर्चेंट एक्सपोर्टर शामिल होंगे। बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार जैसे देशों के वैसे मर्चेंट एक्सपोर्टर भी आ रहे हैं, जो दुनियाभर के देशों में अलग-अलग तरह के सामान बेचते हैं।
एक्सपो के आयोजन का निर्देश हस्तकरघा व रेशम निदेशालय के निदेशक ने दिया है। बुनकर प्रतिनिधि मो. जियाउर रहमान ने कहा कि भागलपुर में पहली बार देश-विदेश के एक्सपार्टर आयेंगे। इससे यहां के बुनकरों को लाभ पहुंचेगा। बुनकरों के द्वारा तैयार माल अगर पसंद आ जाता है तो वहीं से आर्डर मिलना शुरू हो जायेगा। इससे बिचौलियागिरी से बुनकरों को मुक्ति मिल जायेगी।
सबकुछ अगर योजना के अनुसार ठीक रहा तो बुनकर सालभर सीधे एक्सपोर्टरों को अपना माल दे सकेंगे। देश-विदेश के कारोबारी भी अपने उत्पाद का यहां प्रदर्शनी करेंगे। बुनकर उनके उत्पादों को देखकर उनके कपड़ों की गुणवत्ता व डिजाइनिंग के बारे में सीख सकते हैं और स्थानीय सिल्क के कपड़ों को उस ढंग तैयार कर बाजार में उतार सकेंगे।
बुनकरों को मिलेगा रोजगार
बिहार बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अलीम अंसारी ने कहा कि इस एक्सपो से हुनरमंद बुनकरों को रोजगार मिलेगा। देश-विदेश के एक्सपार्टरों को भागलपुर के कपड़े पसंद होने चाहिए। उनके द्वारा काफी संख्या में सिल्क के कपड़ों का आर्डर मिलने की संभावना बढ़ जायेगी। ऐसी स्थिति में बुनकरों के रोजगार व कारोबार में वृद्धि होगी।
कहते हैं पदाधिकारी
हैंडलूम सोर्सिंग एक्सपो से भागलपुर की कपड़ों की पहचान और गुणवत्ता दोनों बढ़ेगी। एक्सपो में आने वाले एक्सपोर्टर यहां के बुनकरों के द्वारा तैयार कपड़ों को परखेंगे। भागलपुर में यह आयोजन पहली दफा होगा।