डरा रहे हैं भारत में मंकीपॉक्स के केसेज? ये बातें पता होनी हैं जरूरी

मुंबई
मंकीपॉक्स से जुड़ी खबरें अब भारत के लोगों को भी डरा रही हैं। पूरी दुनिया में इसके मामले सामने आने के बाद WHO ने इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के बेहद करीब से संपर्क में आने पर फैल सकता है। इसमें किस करना, छूना, ओरल सेक्स, वजाइनल और ऐनल सेक्स जैसी गतिविधियां शामिल हैं। हालांकि अब तक यह नहीं पता चल पा रहा है कि अगर पार्टनर में लक्षण नहीं दिख रहे तो उनके संपर्क में आने से खतरा कितना है।
क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स वायरल जूनोसिस है। इसका मतलब है ऐसी वायरल बीमारी जो किसी जानवर से इंसान में पहुंचती है। इसके लक्षण स्मॉलपॉक्स जैसे ही होते हैं लेकिन उतने सीवियर नहीं होते। इसके लक्षणों में बुखार आना, मसल्स में दर्द, सिरदर्द, पीठ में दर्द, रैशेज और त्वचा में चकत्ते या उभार शामिल हैं।
कैसे फैलती है बीमारी
जानवरों से मंकीपॉक्स संक्रमित जानवर (चूहे, गिलहरी, बंदर या लंगूर) के काट लेने से फैलता है। वहीं इंसान से इंसान में तब फैलता है जब आप संक्रमित व्यक्ति के काफी करीब हों और उसकी सांसों से ड्रॉपलेट्स आपकी बॉडी में पहुंच जाएं। इसके अलावा शरीर का फ्लूड, या दानों से निकला मवाद कपड़ों या किसी और जरिये आप तक पहुंच जाए। एक स्टडी के मुताबिक, मंकीपॉक्स के 95 फीसदी केसेज सेक्शुअल ऐक्टिविटी की वजह से फैले हैं। इनमें से 98 फीसदी गे और बाईसेक्शुअल लोगों से फैले हैं। सेक्शुअल ऐक्टिविटी से इनके केसेज बढ़ गए हैं।
कैसे बचें
संक्रमित लोगों से दूर रहें।
अनप्रोटेक्टेड सेक्स से बचें।
साबुन से हाथ अच्छी तरह धोएं।