लखीसराय में मुठभेड़ः अर्जुन कोड़ा को भी लगी है गोली, बालेश्वर गैंग के दो नक्सलियों का शव बरामद

लखीसराय
लखीसराय के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के घोघी कोड़ासी अंतर्गत पड़ने वाले पहाड़ी इलाके में बुधवार की दोपहर पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए हैं। एसपी सुशील कुमार ने प्रेसवार्ता के जरिए पूरी कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने दावा किया है कि एरिया कमांडर अर्जुन कोड़ा को भी गोली लगी है। हमारी टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है, आगे भी हमारी कार्रवाई जारी रहेगी।
एसपी ने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों से एसएसबी और एंटी नक्सल की टीमें लगाता एक इनपुट पर काम कर रही थीं। उसी इनपुट के आधार पर पता चला कि नक्सलियों का मूवमेंट पीरी बाजार के घोघी कोड़ासी के अंतर्गत देखा जा रहा है। मूवमेंट होने वाला है।
इंटेलिजेंस को वेरीफाई करने के लिए एसएसबी कमांडेंट के नेतृत्व में एक टीम को भेजा गया था। कोड़ासी में एमओस लगाकर हम लोग बैठे थे। उसी दौरान नक्सली अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा की टीम की मूवमेंट हुई। जैसे ही नक्सलियों का हमारी टीम के साथ सामना हुआ, मुठभेड़ शुरू हो गई।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो नक्सली मारे गए हैं। पीबीपीजेएसएसई के सेक्रेटरी परवेज के साथ अमूमन रहने वाले वीरेंद्र कोड़ा और एक अन्य हार्डकोर नक्सली जगदीश कोड़ा को पुलिस ने मार गिराया है। जगदीश कोड़ा के विरुद्ध कई मामले दर्ज हैं।
इसके अलावा पुलिस से लूटी गई एक राइफल एसएलआर और पिस्टल बरामद किया गया है। गोलियां, केन बम और आईडी बम भी बरामद किया गया है। गोलियों काफी संख्या में पाई गई है, जिसकी गिनती की जाएगी।
एसपी ने कहा कि कुछ अन्य नक्सलियों के हताहत होने की सूचना है। अर्जुन कोड़ा के भी घायल होने की सूचना है। अन्य बॉडी तलाशने का प्रयास किया गया, लेकिन बॉडी नहीं मिले। हमारा सर्च ऑपरेशन जारी है।
उन्होंने कहा कि नक्सलियों का हमेशा से मकसद कुछ गलत करने का रहा है और हमारी कोशिश रहती है कि किसी तरह के अपराध न हो। इसी तरह ये जद्दोजहद चलती रहती हैं। हमारी लगातार कार्रवाई चलती रही है और आगे भी रहेगी। एक साल में यह तीसरा एनकाउंटर है, जिसमें अबतक चार नक्सलियों को मार गिराया गया है।
एसएसबी, अभियान दल, एसटीएफ, चीता व स्थानीय थाना की पुलिस के संयुक्त प्रयास से हमलोग लगातार सफलता पा रहे हैं। आगे भी हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। गैलेंटरी के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। एसएबी के स्तर से भी जो डीजी डिस्क के लिए प्रस्ताव होते हैं, वे भेजे जाएंगे।