बगहा
बिहार में एक बार फिर से मिड डे मील खाने से 100 से ज्यादा छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना बगहा के राजकीय मध्य विद्यालय बरवल की घटना। छात्राओं ने सब्जी में दवा मिले होने की शिकायत की है। बच्चों का कहना है कि सब्जी में दवा मिली है। जिसके चलते उन्हें उल्टी और सिरदर्द होने लगा। और फिर बच्चियों ने खाने को फेंक दिया।
सब्जी में दवा मिली होने की शिकायत
मध्य विद्यालय बरवल के प्रधानाध्यापक सुधीर मिश्रा ने बताया कि गुरुवार की दोपहर बच्चों को एमडीएम खिलाया जा रहा था। इसी दौरान कुछ बच्चों को उल्टी शुरू हो गई।देखते ही देखते कुछ बच्चे बेहोशी की स्थिति पहुंच गये। प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस शिकायत के बाद एमडीएम के खाने को बंद कर दिया गया। साथ ही इसकी सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित वरीय पदाधिकारी को दी गई। बच्चों की स्थिति गंभीर देखते हुए पटखौली ओपी की पुलिस द्वारा महिला एवं एससीएसटी थाने की पुलिस को भी बुलाया गया। ओपी प्रभारी नितेश कुमार ने बताया जिसके बाद पुलिस के द्वारा इसकी सूचना अस्पताल को दी गई। जिसके बाद अनुमंडल अस्पताल के द्वारा मध्य विद्यालय बोरवल में एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया। जिसके बाद सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा.के. बी.एन. ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। साथ ही अन्य कारणों की भी जांच की जा रही है। दूसरी और बच्चों ने शिकायत की कि एमडीएम के खाना में खट्टापन था। जिसकी शिकायत उनके द्वारा स्कूल प्रबंधन को की गई थी। बावजूद इसके एनजीओ के द्वारा बच्चों को खाना परोसा गया। जिसे खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी।
मिड डे मील में सांप, छिपकली और अब दवा!
इससे पहले अररिया में मिड डे मील में सांप और सुपौल में छिपकली मिली थी। जिसके बाद 40 से ज्यादा बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। वहीं अब मध्याह्न भोजन को लेकर नीतीश सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। मिड डे मील में कोताही बरतने और गड़बड़ी करने वाले कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों के साथ-साथ सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और पीएम पोषण योजना से जुड़े सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों पत्र लिखा है। और मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गयी है।