पटना
बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह की हत्या को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं. पटना में मंगलवार की शाम सरेआम हुई इस हत्याकांड (Rupesh Singh Murder Case) के बाद विपक्ष के साथ ही अपनों ने भी नीतीश सरकार पर उंगली उठानी शुरू कर दी है. बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर ने इस घटना के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बिहार की NDA सरकार पर बड़ा सवाल उठाया है. विवेक ठाकुर ने कहा कि तीन से पांच दिन के अंदर पुलिस को एक निष्कर्ष पर आना ही होगा जिससे CBI को भी इस केस को देने की स्थिति में यह मामला घीसा-पिटा न हो जाए.
राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर ने कहा कि जिस शख्स की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है, उसे इस तरह से सरेआम गोलियां मारी गई हैं. यह बिहार की नई सरकार पर बड़ा सवाल है. अगर तीन से पांच दिन में निष्कर्ष न निकले तो इस केस को बिहार सरकार को तुरंत सीबीआई को सौंपना चाहिए. इस बात की भी तहकीकात होनी चाहिए कि क्या लॉ एंड ऑर्डर की बात प्रायोजित है. रूपेश के हत्यारे कौन हैं और उनकी हत्या क्यों की गई यह जानना पटना पुलिस के लिए चुनौती है जिसे तीन से पांच दिन में पूरा करना होगा. विवेक ने कहा कि जांच समय से होनी चाहिए वरना इस केस का भी हाल सुशांत सिंह केस टाइप हो जाएगा और केस सीबीआई को लंबे अंतराल के बाद मिलेगी.
बिहार के महाराजगंज से ही भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रिवाल ने भी इस घटना के बाद पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए रूपेश सिंह की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने रूपेश सिंह के साथ अपने व्यक्तिगत सम्बन्धों को साझा करते हुए कहा कि रूपेश सिंह से उनके पारिवारिक सम्बंध थे और उन्होंने ही रूपेश सिंह को कोलकाता से पटना लाया था. उन्होंने सरकार और डीजीपी से जल्द अपराधियों को पकड़ने और सजा देने की मांग की है.